तुलसी पूजन दिवस 2024: तुलसी पूजन दिवस हर साल पौष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह शुभ दिन 25 दिसंबर को मनाया जाएगा। दशमी तिथि 24 दिसंबर की शाम 7:52 बजे शुरू होगी और 25 दिसंबर की रात 10:30 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के आधार पर तुलसी पूजन दिवस 25 दिसंबर को मनाया जाएगा। इस दिन तुलसी माता की पूजा और कुछ विशेष मंत्रों का जप करना अत्यंत शुभ और फलदायी माना जाता है। आइए जानते हैं तुलसी पूजन विधि और इन मंत्रों का महत्व।
तुलसी पूजन की विधि:
इस दिन सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें। तुलसी के सामने दीपक जलाएं और फूल, अक्षत, धूप, रोली, चंदन, और प्रसाद अर्पित करें। पूजा के दौरान तुलसी माता का ध्यान करते हुए उनके मंत्रों का जप करें। ये मंत्र सुबह, दोपहर, या शाम को जपे जा सकते हैं। माना जाता हैइन मंत्रों का जाप करने से जीवन की कठिनाइयाँ समाप्त होती हैं और घर में खुशहाली तथा समृद्धि का वास होता है।
तुलसी पूजन के मंत्र:
1. तुलसी मूल मंत्र:
ॐ तुलस्यै नमः
इस मंत्र का 11 या 108 बार जप करना लाभकारी होता है।
2. तुलसी स्तुति मंत्र:
तुलसी श्रीमहालक्ष्मि विश्वपूजिते शुभे।
पापहारिणि पुण्यदे नमस्ते नारदनुत्तमे॥
3. तुलसी प्रार्थना मंत्र:
वृन्दावनीं वृन्दाराण्यं वृन्दं वृन्दावतीं तथा।
तुलसी कृष्णजीवनी नमाम्यहं वृन्दावनीम्॥
4. तुलसी गायत्री मंत्र:
ॐ तुलसी मातरं विद्महे, विष्णुप्रियायै धीमहि, तन्नः वृन्दा प्रचोदयात्॥
5. तुलसी स्तुति मंत्र:
देवी त्वं निर्मिता पूर्वमर्चितासि मुनीश्वरैः
नमो नमस्ते तुलसी पापं हर हरिप्रिये।
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमनः प्रिया।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मीः पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
पूजा में ध्यान रखने योग्य बातें:
1. पूजा के लिए घी का दीपक जलाना शुभ होता है।
2. तुलसी को जल अर्पित करते समय ध्यान केंद्रित रखें।
3. पूजा के बाद प्रसाद बांटें और अगर संभव हो तो दान अवश्य करें।
4. तुलसी माता की श्रद्धापूर्वक पूजा और मंत्र जप से आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इस दिन पूरे श्रद्धा और भक्ति के साथ तुलसी माता की पूजा कर उनके आशीर्वाद से जीवन में सुख-समृद्धि और सफलता प्राप्त करें।